जैसा कि हम जानते है आवेश को कुलम्ब मे मापते है अतः किसी परिपथ मे बहने वाले आवेश के प्रवाह की दर को धारा कहते है।
अर्थात आवेश के प्रवाह की दर या कूलम्ब / सेकंड = धारा
I = Q/t एम्पियर
किसी परिपथ में धारा उच्च विभव से निम्न विभव की ओर प्रवाहित होती है अर्थात धनात्मक सिरे से ऋणात्मक सिरे की ओर प्रवाहित होती है जिससे वह विघुत उदासीनता प्राप्त कर सके। जब किसी चालक के इलेक्ट्रान को आवेशित किया जाता है तो वह इलेक्ट्रान चालक के अंदर इधर उधर दिशा में घूमने लगता है। जब वोल्टेज उस चालक सिरों पर अप्लाई किया जाता है तो आवेशित इलेक्ट्रान या चार्ज कैरियर एक दिशा में बहने लगते है और धारा को प्रवाहित होने के लिए रास्ता प्रदान करते है।
As we know
unit of charge is coulomb so when we calculate the rate of charge flow in a
circuit, it is called current.
Means rate of charge flow or coulomb / second =
current
I = Q
/ t (Ampere)
Current
flows through a circuit from higher potential to lower potential means from
positive charge to negative charge to get electrical neutral condition.
Electrons or charge careers inside conductor move in randomly direction when
they get excited. When voltage is applied across that conductor the charge careers
start to flow in a direction and make a path to flow of a current.
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