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Electrical House wiring

घरेलू वायरिंग के बारे में जानकारी होना बहुत आवश्यक है क्योंकि घर पर इलेक्ट्रीकल उपकरणों को पावर सप्लाई से सावधानी से जोड़ना और अलग करना आना चाहिए। साथ ही वायरिंग ऐसी हो जो जल्दी खराब न हो, उसमे आग लगने का खतरा न हो और उसमें लीकेज धारा बहने का भी खतरा न हो। यह सब जानकारी करने से हम अपने घर में सुरक्षित वायरिंग कर सकते है।

घरेलू वायरिंग से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:-
1. घरेलू वायरिंग करने से पहले घर मे उपयोग होने वाले विद्युत उपकरणों की संख्या तथा प्रत्येक उपकरण की पावर तथा करंट रेटिंग पता करना आवश्यक होता है।
2. सामान्यतः हम घरेलू वायरिंग के लिए घर के प्रत्येक कमरे को एक सर्किट के रूप में बाँट देते है जिसको लाइट फैन सर्किट कहते है तथा जिसका लोड 800 वाट के करीब रखते है।
3. साथ ही कमरो में पावर उपकरण के लिए एक अलग पावर सर्किट जिसका लोड 1500 वाट रखा जाता है, बनाया जाता है।
4. वायरिंग के लिए फायर प्रूफ केबल या वायर चुनना अच्छा रहता है।
5. घर के उपकरणों को सही प्रकार से चलाने तथा विद्युत आघात से बचाव ले लिए अर्थिंग होना नितांत आवश्यक होता है।
6. सप्लाई से घर की वायरिंग जोड़ने के लिए फ्यूज, RCCB तथा MCB लगाना आवश्यक होता है।
7. वायरिंग करते समय वायरिंग के पाइप तथा जंक्शन बॉक्स पहुँच के बराबर पर करना चाहिए।

घरेलू वायरिंग में लगने वाले विद्युत डिवाइस: 

1. अर्थिंग या ग्राउंडिंग : यह घर के सभी उपकरणों को विद्युत फाल्ट से खराबी और इंसानों को विद्युत आघात से बचाने के लिए बहुत जरूरी होता है। अर्थिंग का मुख्य उद्देश्य घर के उपकरणों के बॉडी में जो कि धातु की बनी हो सकती है विद्युत फाल्ट या उपकरण में खराबी के समय प्रवाहित होनी वाली लीकेज धारा को सीधे जमीन में प्रवाहित करा देना जिससे इंसानो को विद्युत आघात नही लग पाता और उपकरण भी और खराब होने से बच जाता है।

घर की अर्थिंग के लिए अर्थिंग इलेक्ट्रोड रॉड का इस्तेमाल किया जा सकता है जो कापर धातु का बना होता है।
earthing electrode
अर्थिंग इलेक्ट्रोड
अर्थिंग रॉड दो टाइप में मिल सकती है एक जो सिंगल कापर की रॉड के रूप में जिसे सीधे जमीन में गाड़कर इस्तेमाल किया जा सकता है तथा दूसरा कपलिंग के साथ आता है जिसमे दो या उससे अधिक सिंगल कापर रॉड लगाकर इलेक्ट्रोड की लंबाई बढाई जा सकती है। इन रॉड के नीचे के नुकीले भाग को जमीन में गाड़ते है तथा ऊपर वाले भाग जिसमे नट बोल्ट सिस्टम होता है या फिर क्लेम्पिंग सिस्टम होता है से घर के उपकरणों को जोड़ते है।

2. अर्थिंग वायर:- अर्थिंग वायर कापर या जीआई वायर का बना होता है। जिसका इस्तेमाल अर्थिंग इलेक्ट्रोड से घरेलू उपकरणों के धातु वाले भाग को जोड़ने के लिए किया जाता है।
earthing cable
earthing wire
अर्थिंग केबल अक्सर पीले हरे रंग की होती है ताकि उसकी पहचान आसानी से किया जा सके। अर्थिंग केबल को इलेक्ट्रोड से अच्छी प्रकार से जोड़कर घर के सभी उपकरणों के अर्थिंग पिन पर जोड़ना चाहिए । कैसे जोड़े यह आगे बताया जाएगा।

3. फेज तथा न्यूट्रल वायर या केबल:-फेज वायर का साइज चुनने से पहले अपने घर के समस्त इलेक्ट्रिकल उपकरणों का लिस्ट बनाया जाता है तथा   साथ ही  भविष्य में भी लगाए जाने वाले उपकरणों का भी एक लमसम अंदाज लेते हुवे लिस्ट बनाया जाता है। सभी उपकरणों का करंट रेटिंग लिख कर जोड़ ले या करंट रेटिंग न उपलब्ध हो तो सबके वाटेज लिख कर जोड़ ले और फिर उसको निम्नलिखित फार्मूला से करंट निकाल ले। 

टोटल करंट = टोटल वाटेज / सप्लाई वोल्टेज 

उदहारण के तौर पर अगर आपके घर पर 40 वाट के 6 बल्ब तथा 60 वाट के 4 पंखे और 60 वाट के 2 टीवी और 100 वाट का एक  फ्रीज़ तथा 1000 वाट का एक गीज़र है तो आपको इस प्रकार से टोटल धारा या करंट निकालना होगा।

क्रम संख्या            उपकरण                      संख्या                 वाटेज                  टोटल वाटेज 
     1                  बल्ब                            6                      40                       240
     2                  पंखे                             4                      60                       240
     3                  टीवी                            2                      60                       120
     4                  फ्रिज                            1                     100                      100
     5                  गीज़र                           1                     1000                     1000
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                                                                                        टोटल      =        1700  वाट 
अब टोटल करंट निम्नलिखित तरीके से निकालेंगे :-

टोटल करंट  =  टोटल वाट 1700 / सप्लाई वोल्टेज 230  =  7.2 एम्पेयर लगभग 10 एम्पियर चुनेंगे। 

इसके लिए हम कॉपर का तार चुनेंगे जो 10 एम्पेयर तक की धारा सह सके आपको इस रेटिंग का तार दुकानदार दे देगा या आप इंटरनेट से चुन सकते है। 
उदाहरण के तौर पर कॉपर का 1 mm square का वायर 10 एम्पेयर तक आराम से सह सकता है। इसलिए हम 10 एम्पेयर तक के लिए 1 mm square का वायर चुनेंगे।



4. वाटेज डिस्ट्रीब्यूशन :- जब घर के वायरिंग के लिए लेआउट बनवाया जाता है तब पूरे घर के लोड को दो भागो में बाटते है :- (१) लाइट फैन सर्किट 
(२) पावर सर्किट। लाइट फैन के लिए अलग बोर्ड तथा पावर लिए अलग बोर्ड बनता है।
लाइट फैन सर्किट के लिए 800 वाट तथा 1500 वाट पावर सर्किट के लिए स्टैण्डर्ड लेते है। साथ ही लाइट फैन के लिए 6 एम्पेयर और 16 एम्पेयर पावर सर्किट के लिए लेते है। 

5. सॉकेट तथा प्लग का चुनाव :- छोटे लोड जैसे पंखे, लाइट, टीवी तथा मिक्सर ग्राइंडर के लिए 6 एम्पेयर तक का सॉकेट और प्लग चुन सकते है जो 2 पिन तथा 3 पिन में बाजार में उपलब्ध होता है। 3 पिन वाला सॉकेट और प्लग  सबसे अच्छा होता है क्युकी तीसरा पिन अर्थिंग का होता है जो हमे इलेक्ट्रिकल आघात से बचाता है। बड़े उपकरणों जैसे फ्रिज, आयरन , गीज़र, AC तथा हीटर के लिए 15 या 16 एम्पेयर के तीन पिन वाला सॉकेट और प्लग चुनते है।
6. डिस्ट्रीब्यूशन बोर्ड तथा सुरक्षा :- डिस्ट्रीब्यूशन बोर्ड प्रत्येक कमरे के बोर्ड में जाने वाले फेज और न्यूट्रल के तारो को लोड के हिसाब से सप्लाई को भेजने का काम करता है। जैसे 4 कमरे के लिए 4 वे डिस्ट्रीब्यूशन बोर्ड प्रयोग करते है।
घर के उपकरणों को ख़राब होने से बचाने के लिए mcb तथा अर्थिंग का प्रयोग करते है।