घरेलु वायरिंग का एस्टिमेशन तथा कॉस्टिंग :- घरेलु वायरिंग के लिए डिस्ट्रीब्यूशन बोर्ड , बोर्ड, सॉकेट, प्लग, फैन, बल्ब तथा कंडयुट का हिसाब-किताब बनाया जाता है। इसके लिए सबसे पहले लोड कैलकुलेशन किया जाता है। फिर लोड को बांटा जाता है उसके उपरांत बोर्ड का संख्या तथा तारो की लम्बाई निकालते है। तारो को कमरे तक ले जाने के लिए कंडयुट चुनते है।