DC current

DC current or direct current is defined as the unidirectional flow of current that means current flows only in one direction. DC is obtained from low voltage power devices for example: batteries and photo-voltaic cells. 
DC has less power loss and all semiconductor devices, computer hardware and small circuits run on dc power supply. ( डीसी धारा एकदिशिय धारा कहलाती है इसका मतलब यह है कि डीसी धारा केवल एक दिशा में ही प्रवाहित होती है। डीसी धारा लो वोल्टेज पावर उपकरणों द्वारा उत्पन्न और प्राप्त किया जाता है। जैसे : बैटरी तथा फोटोवोल्टिक सेल ।
डीसी धारा में पावर का लॉस या क्षरण कम होता है और लगभग सभी अर्धचालक उपकरण, कम्प्यूटरहार्डवेयर और छोटे सर्किट डीसी धारा पर ही काम करते है।)

dc current
DC current
DC current can also be obtained from DC generators, DC power converters, solar panels and thermocouples etc. डीसी धारा डीसी जनित्र या जनरेटर, डीसी कनवर्टर, सोलर पैनल और थर्मोकपल द्वारा प्राप्त किया जा सकता है। डीसी पर काम करने वाले उपकरणों की लाइफ भी ज्यादा होती है।

DC sources:-

Battery: Battery produces dc current and battery can be one cell or many cells. Battery converts chemical energy into electrical energy by a chemical reaction inside the battery cells. Each battery has an anode and cathode which are submerged in the electrolyte. As this chemical reaction produces low voltage, many small cells are used to increase capacity of a battery. We can say a battery is a set of voltaic cells connected in series to provide required or greater voltage than a single cell. बैटरी डीसी करंट पैदा करती है और बैटरी एक सेल या कई सेल की हो सकती है। बैटरी केमिकल या रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में रासायनिक क्रिया द्वारा बदल देती है जो कि उसके सेल के भीतर होती है। हरेक बैटरी में एक एनोड और एक कैथोड होता है जो कि इलेक्ट्रोलाइट में डूबे होते है। चुकी यह रासायनिक क्रिया जो कि एक सेल में होती है बहुत कम वोल्टेज पैदा करती है , कई सेल को मिलाकर एक बैटरी की क्षमता बधाई जाती है। हम बैटरी को सेल का सेट भी कह सकते है जिनको सीरीज में जोड़कर आवश्यक अथवा एक सेल से ज्यादा वोल्टेज पैदा कर सकते है।

Battery
Battery

Type of battery /cells:
बैटरी या सेल के प्रकार :
Battery or cells are of two type:-
बैटरी या सेल दो प्रकार के होते है :
1. Primary Cell and 2. secondary cell
१. प्राइमरी सेल और २ . सेकेंडरी सेल

Primary cell/Battery: Primary battery is a portable non-rechargeable voltaic cell. i.e. dry cell of torch or radio.
प्राइमरी बैटरी एक पोर्टेबल और पुनःरिचार्ज न होने वाली वोल्टायिक सेल है । उदाहरण के लिए टोर्च या रेडियो की शुष्क सेल।

Primary cell is constructed with a zinc cell, a graphite rod and a moist mixture of ammonium chloride, zinc chloride and manganese dioxide which act as electrolyte. Zinc shell acts as anode and graphite rod acts as cathode of the cell. When chemical reaction takes place free electrons are produced by zinc shell and chemicals. Graphite rod collects the current from the zinc shell and manganese dioxide. Zinc shell is known as anode with negative potential and graphite or carbon rod is known as cathode with positive potential. प्राइमरी बैटरी एक जिंक की खोल में ग्रेफाइट या कार्बन रॉड को डालकर खोल में अमोनियम क्लोराइड, जिंक क्लोराइड और मैंगनीज डाइऑक्साइड का नम मिश्रण इलेक्ट्रोलाइट के रूप में भर दिया जाता है। जब केमिकल क्रिया होती है तब जिंक शेल द्वारा इलेक्ट्रॉन निकाला जाता है। ग्रेफाइट करंट को इकट्ठा करता है। जिंक शेल को एनोड कहते है और उसपर ऋणात्मक विभव होता है जबकि ग्रेफाइट रॉड को कैथोड कहते है जिसपर धनात्मक विभव होता है।

Primary cell
Primary cell


जब केथोड रॉड तथा एनोड शेल से तार या कोई सर्किट जोड़ा जाता है तो धारा का प्रवाह धनात्मक सिरे से ऋणात्मक सिरे तक होने लगता है।

Secondary Battery/Cell:
Secondary batteries are rechargeable batteries. The Chemical reaction inside battery can be reversed by passing electric current from external electrical energy source. Thus secondary batteries are rechargeable and can be used again and again. These batteries are also called storage type cells.
सेकेंडरी बैटरी रिचार्जबल बैटरी होती है। इनके अंदर की रासायनिक क्रिया को बाह्य विद्युत स्त्रोत से धारा प्रवाहित कर परिवर्तित किया जा सकता है। अतः इन बैटरी को बार बार उपयोग में लाया जा सकता है। इन्हें स्टोरेज या संचायक बैटरी भी कहते है।
For example उदाहरण के तौर पर:-
lead acid battery, Lithium Battery, Nickel-cadmium battery, nickel zinc battery

Secondary Battery
Secondary Battery
Above is the lead acid battery. Diluted sulfuric acid works as electrolyte for the battery and lead plates are the negative plates of the battery. Similarly Lead oxide plates are the positive plates of the battery. Chemical reaction takes place at anode and cathode.
When cell is charged it has voltage E = 2.2 V.
उपरोक्त एक शीशा संचायक बैटरी है। कम सांद्रता वाले सल्फ्यूरिक एसिड इलेक्ट्रोलाइट कार्य करता है और शुद्ध शीशा वाली प्लेट ऋणात्मक प्लेट का कार्य करती है | ठीक इसी प्रकार लेड ऑक्साइड वाली प्लेट धनात्मक प्लेट का कार्य करती है | रासायनिक क्रिया एनोड और कैथोड के बीच  इलेक्ट्रोलाइट  है | जब सेल पूरी तरह चार्ज होता है तो उसका वोल्टेज 2.2 वोल्ट होती है |


DC Generator:
DC generator is an electrical machine which converts mechanical energy in to electrical energy. DC generator produces dc current. DC generator has stationary and rotary parts. Stationary part is also known as filed of dc generator which produces magnetic flux. Rotary part is known as armature of dc machine which runs with the help of mechanical force and generates electrical energy which is then  supplied to commutator unit and collected at generator terminals. We know whenever a conductor cuts magnetic flux, dynamically emf is is produced in it according to Faraday's law of electromagnetic induction. Rotary part acts as conductor and stationary or field act as magnetic flux. Rotary part which is conductor of generator runs with the help of mechanical force and cuts magnetic flux of stationary or filed. EMF is generated in armature which is then collected at terminals.
डीसी जनित्र  जनरेटर एक इलेक्ट्रिकल मशीन है जो मैकेनिकल ऊर्जा को इलेक्ट्रिकल ऊर्जा में परिवर्तित करती है | डीसी जनरेटर डीसी करंट पैदा करती है | डीसी जनरेटर में स्टेशनरी और रोटरी पार्ट  होते है  | स्टेशनरी पार्ट को डीसी जनरेटर  का फील्ड भी कहते  है और यह चुंबकीय क्षेत्र बनाता है | रोटरी भाग को आर्मेचर कहते है  और यह मैकेनिकल बल से घूमता है तथा इलेक्ट्रिकल ऊर्जा पैदा करता है जो कम्यूटेटर को सप्लाई कि जाती है और जनरेटर के टर्मिनल्स पर प्राप्त की जाती है  |
हम जानते है की जब कोई कंडक्टर चुंबकीय क्षेत्र में फ्लक्स को काटता है तब उसमे फैराडे के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन नियमानुसार एक गतिशील इएम्ऍफ़ EMF पैदा होता है | रोटरी भाग कंडक्टर काम करता है जबकि स्टेशनरी भाग चुंबकीय फ्लक्स का कार्य करता है | रोटरी  कंडक्टर भाग मैकेनिकल बल से घूमकर स्टेशनरी या फील्ड के फ्लक्स को काटता है और इलेक्ट्रो-मोटिव फ़ोर्स पैदा होती है जिसे इलेक्ट्रिकल ऊर्जा के रूप में टर्मिनल पर एकत्रित कर लिया जाता है |

DC GENERATOR
DC GENERATOR


Solar Panel (सोलर पैनल) : Solar panels or photo-voltaic solar panel converts sunlight into electrical energy. Some materials absorb sunlight and produces current. Sunlight has photons which consist of energy packets when they come into contact of some special materials (selenium, silicon and gallium arsenide), they release energy in the form of electrical energy.
सोलर पैनल सूर्य की रोशनी का उपयोग करके उसे इलेक्ट्रिकल ऊर्जा में परिवर्तित करता है |  कुछ पदार्थ सूर्य की धुप को अवशोषित  करने का गुण रखते है | धुप में फोटोन होते है जो ऊर्जा से भरे होते है जब ये  विशेष पदार्थो के संपर्क में आते है तो अपनी ऊर्जा को विद्युत रूप में मुक्त करते है और हमे इलेक्ट्रिकल ऊर्जा प्राप्त होती है |

Solar Panel
Solar Panel




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